आत्मनिर्भर होना, हमारी पहचान को बढ़ाता है

सब से पहले हम जानते है की आत्मनिर्भर होता क्या है- आत्मनिभर सब्द को सुन कर ही महसूस हो रहा है की हम अपने आप को इतना सक्षम बना ले की हमें अपने सरे खुद से कर सके, किसी भी काम करने के लिए हमें रिसोर्स की आवस्यकता होती है पर हम अपने पुरे काम के लिए किसी और पर निर्भर न हो कर खुद को ही आत्मनिभर कहा जाता है

क्या दुसरो का सहारा लेना आत्मनिर्भर भाग नहीं होता क्या – मेरे हिसाब से आज के दौर में कोई भी व्यक्ति कितना भी कुछ करे पर उसे उस कार्य को करने के लिए किसी न कसी व्यक्ति की या किसी न किसी रिसोर्स की आवस्यकता होती है तो इस का मतलब ये नहीं की हम आत्मनिभर के दायरे से बहार आ गए है

इस के लिए में आप को एक उदाहरण के तोर पर समझाना चाहुगा जैसे कुछ दिन पहले ही भारत देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक नारा दिया आत्मनिर्भर भारत , तो इस में कुछ लोगो ने ये मतलब निकला की अब हमें किसी भी देश किसी चीज़ की जरूरत नहीं पड़ेगी पर ये सोचो बिना आयात किये हम किसी को निर्यात के से कर पाएंगे.

आज कल हमें खुद से कुछ भी कोसिसि करना या उसे बनाना आत्मनिभर्रता को दर्शाता है पर उस काम के लिए लिए गए सहारे को हम सहयोग कहेगे

एक और उदहारण के जरिये में आप को समझना चाहुगा जैसे किसान अपनी फसल को उगता है उस के लिए बो किसी से बीज लता किसी खाद लता है किसी की मशीनरी का प्रयोग करता है पर अपना काम खुद करता है तो ऐसे हम आत्मनिभर कहेगे
आत्मनिभर बनाने के लिए हमें कुछ बातो का धियान देना जरुरी है.

धैर्य –ये सब्द छोटा है पर इस का मतलब बहुत बड़ा है हम में एक बहुत बड़ी कमी होती है की हम नकारात्मक सोच की तरफ बहुत जल्दी बढ़ जाते है इसी से बचने के लिए हमें धैर्य की जरूरत होती है क्यकि किसी काम को ले कर निरसा ना आये इस के लिए हमें धैर्य की जरूरत होती है.

अपना काम खुद ही करें – अपना काम खुद करने की कोसिसि करना भी हमें आत्मनिभर बनती है जब हम कोसिस करेंगे और धैर्य रखेंगे तो हमें हर काम में सफलता मिलेगी यही सफलता हमें आत्मनिभर बनती है.

खुद से फैसले लेने की कोसिस– अगर हम अपने फैसले खुद से लेने की छमता रखते है तो ये भी हमारी एक आत्मनिभर्रता है हो सकता है कुछ फैसले गलत साबित हो पर उन से घभराकर हमें अपने काम से नहीं भटकना है आगे बढ़ाना ही अत्मनिर्भरता है.

हर काम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना – ये भी हमें आत्मनिभर बनाने के लिए बहुत जरुरी है की हर काम में हमें बढ़ चढ़ कर हिस्सेदारी लेनी चाहिए उस काम को भले ही कोई और कर रहा हो न बो हमारा काम है पर हमें उस काम में हिस्सा लेने का मौका मिला है तो हमें हिस्सा लेना चाहिए ये हमारी आत्मनिभरता को बडबा देता है.

अपनी गलती से भी सीखना – हमें इस बात से नहीं डरना चाहिए की हम से कोई गलती हो रही हैं जब की उस गलती से हमें सीख लेने की कोसिस करना चाहिए जितना ज्यादा सीखने के कोसिस करेंगे उतना ही हमारा आत्मविस्वास बढ़ेगा जो हमारी अत्मनिर्भरता को बढ़ाता है.

अपनी मेहनत पर भरोसा – हमेसा हम मेहनत करे क्युकी मेहनत करने बाले को हमेसा कुछ न कुछ मिलता है कभी मेहनत बेकार जाती कहा भी जाता है की मेहनत करने बालो की हर नहीं होती इस अपनी मेहनत पर हमेसा भरोसा रखे और उसे निरंतर बनाये रखे.

अपने अन्दर के बिचारो को बताना – ये भी हमारे मनोबल को उचाई देता है अगर हम अपने बिचारो को लोगो के सामने रखेंगे तो हमारा आत्मसम्मान बढ़ेगा और हम आत्मनिभरता के ओर बढ़ाते जायेगे.