अगर आप को कभी लाइफ में धोका मिले तो खुद को कैसे समाले

प्यार और भरोसा –ये सब्द एक दूसरे से इतने जुड़े होते है की इन में से एक भी सब्द जरा सा इधर उधर होता है तो हम बहुत परेशानी में आ जाते है अगर आप ने किसी को दिल से प्यार किया है तो समझ लो उस की जिंदगी के सारे तार उस प्यार करने बाले से जुड़ जाते है तो या तो प्यार करो मत अगर कर लिया है तो उसे धोका कभी मत देना क्युकी उस धोके से आप को खुसी मिले या ना लेकिन सामने बाले को आप जीते जी मर देते हो।

बदला लेने के न सोचे –ये बहुत बड़ी बात है क्युकी ये हमारे मन में सब से पहले आता है की हमें धोका मिला है तो अब क्या करे , तो मैं आप को बता दू जिस ने आप को धोका दिया है न तो उसे धोका देने लायक बनाया आप ने है क्युकी आप उस से इतने जुड़ जाते है की उस की गलतिया आप को नजर नहीं आती और बही गलतिया किसी दिन आप के सामने धोका बन के सामने आजाती है

अब अगर आप उस का बदला लेने की सोच रहे हो, तो किस से लोगे बदला उस इंसान से जिसे कभी आप अपनी जिंदगी का बो हिस्सा मानते थे जिस की हा के बिना आप एक कदम नहीं चलते थे अरे जब आप एक बार उस जिंदगी के लिए भगवान से बहुत अच्छी द्वा मांग चुके हो तो आपका बदला लेना उस का कुछ नहीं कर पायेगा इस से उसे परेशानी होगी तो कही न कही परेशानी आप को भी होगी इस लिए कभी मन में भी मत लाना बदले की भावना.

आप बहुत गहराई से सोच के देखो कभी इतनी बड़ी जिंदगी में किसी मोड पर उसे आप की जरूरत होगी तो आप उस प्यार को भूल जाओगे जिस में हर समय आप की नजर बन के बो रहती थी .

नई शुरुआत करे –एक नई शुरुआत करे और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ जाये, आगे बढ़ाने के लिए क्या करे , नए लोगो से मिले नई बात करे , नया सोचे।
जब आप नया सोचोगे नए लोगो से मिलोगे तो आप के नई दुनिया की ओर बाद जाओगे आगे आगे जैसे जैसे बडोगे अपनी पुरानी दुनिया को भूल जाओगे।
ऑनलाइन ऐसे ग्रुप को ज्वाइन करे- ऐसे ग्रुप से जुड़े जिन में आप की रूचि हो आप का मन लग जाये , एक बार जब आप का मन स्थिर हो जायेगा तो फिर आप अपनी बही खुसी बलि दुनिया में लोट आओगे.

अकेलेपन में कम से कम रहे –इस के लिए आप उन लोगो से बात करे जिन लोगो से आप ने बहुत पहले बात करना छोड़ दिया, उन से बात करोगे तो उन को अच्छा लगेगा, आप पुरानी बात करोगे तो आप को भी अच्छा लगेगा और उन को भी अच्छा लगेगा, धीरे-धीरे आप अपने आप को समाल लोगे.

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  • Posted May 20, 2020 at 5:34 am 0Likes

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खामोश बेटी की आवाज

बेटी बनकर आई है। मां बाप के आंगन में कल बसेरा होगा किसके आंगन में आखिर क्यूं? ये रीत भगवान ने बनाई है, कहते हैं आज नहीं तो कल तू पराई होगी। देके जन्म पल पोसकर जिसने हमें बड़ा किया।वक्त आने पर उन्ही हाथो ने हमें विदा किया। बिखर कर रह जाती है हमारी जिंदगी। फिर उस बंधन में हमें प्यार मिले ये जरुरी तो नहीं। क्यूं हमारा रिश्ता इतना अजीव होता है। क्या यही हम बेटियों का नसीब होता है।घर जहां बेटियों का जन्म होता है। दुनियां में आते ही मानो सबके चेहरे मुरझा से गए हों। उसी भेदभाव के साथ की लड़की है,एक दिन बड़े होकर किसी का घर संभालना है,और इसी सोच के साथ उसे शिक्षा से भी दूर रखा जाता है। किताबों के बदले उसे घर के कामों का बोझ सौप दिया जाता हैं। उसके सारे अरमान जो एक उज्जवल भविष्य बनाने के होते हैं।वही अरमान उसी आग में दफन हो जाते हैं। क्या बेटियों को इतना भी हक नहीं दिया गया।की वो अपने परिवार के लिए और उनके साथ आत्म निर्भर बने और बेटा बनकर अपने परिवार को सहयोग करे। जिस परिवार में बेटे नहीं होते उस परिवार में बेटी हो तो कोन सहारा बनेगा उसके मां बाप का। तब वही बेटी या बहू बनकर अपना परिवार संभालती है।चाहें वो मेहनत या मजदूरी करे या कुछ भी अपना फर्ज निभाती है। तो फिर क्यूं ना उसे पड़ा लिखा कर काबिल बनाए आज भी कुछ लोग हैं।जो बेटियों को बोझ समझते हैं।आज भी अधिकांश लोग बेटो को ही सारे हक देते हैं।चाहे वो अपनी जिम्मेदारी समझे या ना समझे या मां बाप के पैसों का गलत उपयोग करें।पर उनकी हर गलतियों को माफ किया जाता हैं। बेटी कभी अपने मां बाप को टूटता नहीं देख सकती वो अपनी सारी खुशियों को मिटा कर अपने परिवार का ध्यान रखती हैं।अपनी जिम्मेदारियों को समझती है,और निभाती भी है,वो दो परिवारों को समेट कर चलती है।अपनी तकलीफ कभी किसी को महसूस तक नहीं होने देती हैं। ऐसी होती हैं,